वास्तव में, हाल के सर्वेक्षण में यह पाया गया है कि आजकल अधिकतर पुरुष युवा अवस्था में ही लिंग की दृढ़ता खोने लगते हैं। अनुसंधान में यह सामने आया है कि इसका प्रमुख कारण टेस्टोस्टेरॉन हॉर्मोन की कमी है। टेस्टोस्टेरॉन हॉर्मोन ब्लड वेसेल्स में नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा बढ़ाता है, जिससे लिंग में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है। अच्छे रक्त संचार के कारण लिंग में उत्तम इरेक्शन प्राप्त होता है और लिंग मजबूत और दृढ़ बन जाता है।